Shayari Mahatma Gandhi ki

शायरी महात्मा गांधी की


मेरा मन मेरा मंदिर है मैं किसी को भी अपने गंदे पांव के साथ मेरे मन से नहीं गुजरने दूंगा
हैप्पी महात्मा गांधी जयंती